विश्व निमोनिया दिवस 2023– सांसों से सम्बंधित रोग बच्चों और बुजुर्गों के लिए कितना हानिकारक हो सकता है, ये हमने हाल ही में कोरोना महामारी के दौरान देखा है। तब भी महामारी ने विशेष तौर पर बुजुर्गों और बच्चों को ही निशाना बनाया था। बच्चों में सांस संबंधी रोगों के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही ग्लोबल कोएलिशन अगेंस्ट चाइल्ड निमोनिया(GCACP) द्वारा 12 नवम्बर को विश्व निमोनिया दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी। आइये इस लेख में विश्व निमोनिया दिवस के इतिहास और इसकी 2023 की थीम जानते हैं
विश्व निमोनिया दिवस 2023 की थीम
वर्ष 2023 में विश्व निमोनिया दिवस की थीम हर सांस मायने रखती है: निमोनिया को उसके ट्रैक में रोकें रखी गई है, जो हर सांस के महत्व पर प्रकाश डालती है, और प्रारंभिक पहचान, उपचार और रोकथाम के माध्यम से निमोनिया को रोकने की तात्कालिकता पर जोर देती है। सांस की समस्याएं गंभीर और जोखिम भरी मानी जाती हैं। निमोनिया जैसी बीमारियों के कारण खतरा और भी अधिक हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को श्वसन स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहने की सलाह देते हैं।
बच्चों में श्वास संबंधी रोगों की गंभीरता
आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में निमोनिया से 2।5 मिलियन लोगों की मृत्यु हो गई थी । सभी पीड़ितों में से लगभग एक तिहाई 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे थे, यह 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु का प्रमुख कारण है। बुजुर्गों में भी ये रोग गंभीर जटिलताओं वाली हो सकती है।
इसके अलावा, कोरोना महामारी के प्रकोप ने 2021 में श्वसन संक्रामक रोग के कारण मरने वालों की संख्या 6 लाख तक बढ़ा दी है, जिससे यह सबसे बड़े श्वसन संकट में से एक बन गया है, जिससे लाखों लोगों को संक्रमण और मृत्यु का खतरा है।
रिसर्च के अनुसार, प्रोसेस्ड मीट और प्रोसेस्ड चीजों में पाया जाने वाला नाइट्राइट फेफड़ों में सूजन का कारण बन सकता है। जिससे निमोनिया के खतरे बढ़ जाते हैं। साथ ही शराब में सल्फाइट्स होते हैं, जो निमोनिया के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं।
धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में निमोनिया विकसित होने की अधिक आशंका होती है। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि धूम्रपान करने वालों में लीजियोनेला निमोनिया का जोखिम 3।75 गुना अधिक हो सकता है। सिगरेट का धुंआ आपके फेफड़ों को गंभीर क्षति पहुंचा सकता है जिसके कारण सांसों से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
निमोनिया होने के लक्षण
निमोनिया की शुरुआत आमतौर पर सर्दी, जुकाम से होती है। फेफड़ों में संक्रमण तेजी से बढ़ने लगता है, फेफड़ों में पानी, मवाद भरने से सांस लेने में दिक्कत, मवाद और कफ की समस्याएं परेशान करने लगती हैं। तेज बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ होती है। सीने में दर्द की शिकायत होने लगती है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों को बुखार नहीं आता लेकिन खांसी और सांस लेने में बहुत दिक्कत हो सकती है।
विश्व निमोनिया दिवस का इतिहास
विश्व निमोनिया दिवस की शुरुआत 12 नवंबर 2009 में हुई थी। उस समय यह पहली बार ग्लोबल कोएलिशन अगेंस्ट चाइल्ड निमोनिया द्वारा “स्टॉप निमोनिया” पहल के तहत मनाया गया था, जो श्वसन संक्रमण के कारण होने वाली बाल मृत्यु दर से लड़ने के लिए विभिन्न संस्थानों को मिलाकर बनाया गया एक गठबंधन था। स्टॉप निमोनिया को दुनिया भर में अपार समर्थन मिला, विभिन्न सरकारी संस्थानों और निजी संगठनों ने लोगों को शिक्षित करने और विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वाले उन देशों में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए चलाई जा रही नीतियों और अभियानों का समर्थन किया और उन्हें लागू किया, जहां बच्चे कुपोषण और वायु संक्रमण से पीड़ित हैं।
ग्लोबल कोएलिशन अगेंस्ट चाइल्ड निमोनिया गठबंधन अपनी तरह के सार्वजनिक-निजी भागीदारी वाले गठबंधन में पहला है जो निमोनिया और अन्य श्वसन संक्रमणों के कारण होने वाली मौतों से निपटने के लिए निम्न और मध्यम आय वाले देशों का समर्थन करने के इरादे से 2017 में अस्तित्व में आया था
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