सूर्य नमस्कार– आज के भाग दौड़ भरे जीवन में अपने आप को फिट और तंदुरुस्त रखना कितना आवश्यक है, ये तो आप लोग जानते ही हैं और अपने आप को फिट रखने के लिए अपने आप को पर्याप्त समय देना बहुत जरुरी है. पर आज के दौर में लोगों के पास समय की इतनी कमी है कि वे अपने शरीर को फिट रखने के लिए खुद को पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे हैं. इसीलिए सूर्य नमस्कार उन लोगो के लिए वरदान साबित हो सकता है अगर वे सूर्य नमस्कार को अपने दैनिक जीवन में अपनाएं.
सूर्य-नमस्कार करने में ज्यादा वक्त भी नहीं लगता है और शरीर के सभी अंगो की एक्सरसाइज भी हो जाती है. ऐसे में रोज 10 मिनट सूर्य नमस्कार करने से व्यक्ति को कई फायदे मिल सकते हैं
सूर्य नमस्कार क्या है?
सूर्य नमस्कार न सिर्फ भगवान सूर्य की उपासना का एक माध्यम है बल्कि 12 योगासनों के क्रम का एक योग भी है. ‘सूर्य नमस्कार’ का शाब्दिक अर्थ सूर्य को अर्पण या नमस्कार करना है। यह योगासन शरीर को सही आकार देने, स्वस्थ रखने और मन को शांत रखने का उत्तम तरीका है। सूर्य नमस्कार 12 शक्तिशाली योग आसनों का एक क्रम है, जो एक उत्तम कार्डियो-वॅस्क्युलर व्यायाम भी है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
भगवान सूर्य के प्रति कृतज्ञता है सूर्य नमस्कार
अच्छे स्वास्थ्य के अतिरिक्त सूर्य-नमस्कार धरती पर जीवन के संरक्षण के लिए हमें सूर्य के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर भी देता है। भारत में सदियों से सूर्य की पूजा होती आ रही है। सूर्य की पूजा करने से व्यक्ति को बल, बुद्धि और अच्छी सेहत का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सूर्य-नमस्कार मन व शरीर दोनों को तंदुरुस्त रखता है। इसके लिए आपको रोज बस 10 मिनट का समय निकालना है। हालांकि इसे सुबह सूर्योदय के समय करने की कोशिश करना चाहिए और विशेष तौर पर इसे खाली पेट ही करना चाहिए.
सूर्य नमस्कार के 12 योगासनों के नाम
- प्रणाम आसन
- हस्तउत्तानासन
- हस्तपाद आसन
- अश्व संचालन आसन
- दंडासन
- अष्टांग नमस्कार
- भुजंग आसन
- पर्वत आसन
- अश्वसंचालन आसन
- हस्तपाद आसन
- हस्तउत्थान आसन
- ताड़ासन
सूर्य-नमस्कार के फायदे
जैसा कि हम जानते हैं कि सूर्य नमस्कार 12 योग आसनों का संगम है और यह अकेला ऐसा योग प्रक्रम है जिसमे सम्पूर्ण शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है. यह योगासन अकेले ही शरीर के सभी अंगों को फिट और स्वस्थ रख सकता है. यह योगासन शरीर में नई ऊर्जा का संचारता है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर निरोगी रहता है। सूर्य-नमस्कार से सम्बंधित इस लेख में हम अब प्रतिदिन सूर्य-नमस्कार करने से होने वाले फायदे जानेंगे.
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- शरीर रहता है निरोगी– प्रतिदिन सूर्योदय के समय खाली पेट कम से कम 10 मिनट सूर्य-नमस्कार करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ रहता है. सूर्य नमस्कार करने से शरीर में रक्त संचार बेहतर ढंग से होता है, मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इस आसन को करने से कई गंभीर बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।
- ऑक्सीजन का शरीर में होता है प्रवाह– प्रतिदिन प्रातःकाल में सूर्योदय के समय सूर्य-नमस्कार करने का एक फायदा यह भी है कि सुबह वायु में प्रदूषण की मात्रा काफी कम होती है, जिससे हमें स्वच्छ वायु मिलती है. इस दौरान गहरी सांस खींचने और छोड़ने से फेफड़ों तक हवा पहुंचती है। इससे खून तक ऑक्सीजन पहुंचती है, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य जहरीली गैसों से छुटकारा मिलता है। यह शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है.
- त्वचा में आता है निखार– सूर्य नमस्कार करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे शरीर के महत्वपूर्ण अंग सुचारु रूप से काम कर पाते हैं, जिससे त्वचा और चेहरे पर भी निखार आता है। सूर्य नमस्कार चेहरे पर झुर्रियों और बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने में भी मदद करता है।
- मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा– सूर्य नमस्कार न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक शांति और बल भी प्रदान करता है। यह कॉर्टिसोल के स्तर को कम करता है, जिससे तनाव और एंग्जाइटी के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इसके नियमित अभ्यास से एकाग्रता और याददाश्त क्षमता में भी सुधार हो सकता है।
- शरीर में लचीलापन आता है– सूर्य नमस्कार के अलग-अलग आसन शरीर के अलग अलग अंगों पर प्रभाव डालते हैं। इससे पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग होती है और शरीर लचीला बनता है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत और फ्लेक्सिबल बनाता है।