जीपीएस स्पूफिंग– आज के डिजिटल युग में हमे कहीं भी ऐसी जगह पर जाना चाहते हैं जहाँ का रास्ता हमे नहीं पता होता तो हम सबसे पहले google map का सहारा लेते हैं और google map पर हम पूरी तरह से विश्वास कर लेते हैं. जैसा रास्ता google map हमे बताता जाता है हम उसी पर आगे बढ़ते जाते हैं. अगर हमे दिख रहे इस सिग्नल को हैक करके कोई इसमें गलत डायरेक्शन दिखाने लगे तो इससे हमारा काफी नुकसान हो सकता है. इसी को जीपीएस स्पूफिंग कहते हैं.
चर्चा है कि मिडिल ईस्ट में व्यावसायिक और वाणिज्यिक विमानों को उनके सेंसर-फ्यूज्ड नेविगेशन सिस्टम के कारण गुमराह किया जा रहा है। जीपीएस स्पूफिंग के प्रयोग के इस अभूतपूर्व तरीकों ने दुनिया को एक गहरी चिंता में डाल दिया है. इस आलेख में हम इसी विषय पर गहराई से चर्चा करेंगे.
क्या है जीपीएस स्पूफिंग
जीपीएस स्पूफिंग तब होती है जब कोई वैध जीपीएस उपग्रह सिग्नल का मुकाबला करने के लिए रिसीवर एंटीना को नकली जीपीएस सिग्नल भेजने के लिए रेडियो ट्रांसमीटर का उपयोग करता है। अधिकांश नेविगेशन सिस्टम सबसे मजबूत जीपीएस सिग्नल का उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और नकली सिग्नल कमजोर लेकिन वैध उपग्रह सिग्नल को ओवरराइड करता है। जब किसी कमजोर जीपीएस सिग्नल को नकली सिग्नल द्वारा change कर दिया जाता है तो उसे ही GPS Spoofing कहते हैं
क्यों हो रही मिडिल ईस्ट में जीपीएस स्पूफिंग के प्रयोग पर चर्चा
चर्चा की शुरुआत सितंबर के अंत में शुरू हुई, जब जीपीएस स्पूफिंग की घटनाओं की एक श्रृंखला के कारण इराक-ईरान क्षेत्र में उड़ान भरने वाले कुछ एयरलाइनरों और बिजनेस जेटों में विमान नेविगेशन प्रणाली पूरी तरह से विफल हो गई है, जिस कारण एक बिजनेस जेट लगभग बिना मंजूरी के ईरानी हवाई क्षेत्र में भटक गया।
ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का एक समूह, जो वर्षों से इस क्षेत्र में जीपीएस सिग्नलों की निगरानी कर रहे थे, उन्होंने एक अजीब पैटर्न उभरता हुआ पाया. उन्होंने देखा कि भूमध्य सागर के पास उड़ान भरने वाले विमान कुछ समय के लिए गायब हो गए।
इजराइल भी कर रहा जीपीएस स्पूफिंग का प्रयोग
कई महीने से चल रहे इजराइल-हमास युद्ध के बीच कुछ न्यूज़ चैनलों ने इजराइल द्वारा हिजबुल्लाह द्वारा दागी जा रही मिसाइलों से बचाव के लिए जीपीएस स्पूफिंग तकनीक के प्रयोग करने की चर्चा की है. खबर है कि इजराइल अपने अधिकांश उत्तरी हवाई क्षेत्र पर GPS Spoofing का उपयोग कर रहा है, हालांकि इससे इज़राइली लोगों और वाणिज्यिक विमानों को भी खतरा हो रहा है।