Navy Day Theme 2023, नौसेना दिवस क्यों मनाया जाता है? जानिए पहली बार नौसेना दिवस कब मनाया गया था?
Navy Day- 4-5 दिसंबर की रात को ऑपरेशन ट्राइडेंट (ऑपरेशन त्रिशूल) चलाया गया, जिसमे पाकिस्तानी जहाजों और सुविधाओं को भारी नुकसान पहुंचाया गया।
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Navy Day- 4-5 दिसंबर की रात को ऑपरेशन ट्राइडेंट (ऑपरेशन त्रिशूल) चलाया गया, जिसमे पाकिस्तानी जहाजों और सुविधाओं को भारी नुकसान पहुंचाया गया।
World Computer Literacy Day- विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2023 के लिए थीम ” मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए साक्षरता: डिजिटल विभाजन को कम करना ” निर्धारित की गई है।
World AIDS Day- WHO ने विश्व एड्स दिवस के अवसर पर “Let Communities Lead” थीम निर्धारित की है। इस थीम को चुनने के पीछे का उद्देश्य लोगों को एड्स के रोकथाम में समाज की अहम भूमिका के बारे में बताना है
Constitution Day-संविधान 26 जनवरी 1950 को देश में लागू हुआ था, लेकिन यह 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हुआ था, इसलिए 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2023- मानव संसाधन विकास मंत्रालय राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर कोई विशेष थीम घोषित करता है. उसी तरह इस साल भी मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2023 की थीम “एक सतत भविष्य के लिए अभिनव शिक्षा” रखी है
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हर साल 11 नवम्बर को भारत के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आज़ाद के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 11 नवम्बर 2008 से हुई थी
National Cancer Awareness Day – हमारे देश में प्रत्येक वर्ष 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस (National Cancer Awareness Day) मनाया जाता है ताकि जानलेवा बीमारी से लड़ने के लिये शुरुआती कैंसर का पता लगाने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके।
Important Days in November- 1 नवंबर- विश्व शाकाहारी दिवस, कर्नाटक स्थापना दिवस
2 नवम्बर- आत्माओ का दिन
3 नवम्बर- विश्व जेलिफ़िश दिवस, विश्व सैंडविच दिवस
Classical Language: भारत सरकार आधिकारिक तौर पर विशिष्ट मानदंडों के आधार पर कुछ भाषाओं को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता देती है। वर्तमान में संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, भारत में छह शास्त्रीय भाषाएँ हैं: संस्कृत, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और उड़िया
महिला आरक्षण बिल का इतिहास: मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 6 मई 2008 को इसे राज्यसभा में पेश किया। 9 मार्च 2010 को विधेयक राज्यसभा में पारित हो गया। परन्तु विधेयक को लोकसभा में कभी विचार के लिए लाया ही नहीं गया और अंततः 2014 में लोकसभा भंग होने के कारण यह विधेयक खत्म हो गया था